विजुअल बेसिक 6/परिचय

विकिविश्वविद्यालय से

विजुअल बेसिक 6 पाठ्यक्रम

यह पाठ विजुअल बेसिक का शुरुआती पाठ है। इस पाठ में आप विजुअल बेसिक की मूलभूत चीजें सीखेंगे।

विजुअल बेसिक क्या है[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करें]

पिछले कुछ सालों में कंप्यूटर पूरी तरह से बदल चुके हैं पहले के अधिकांश कंप्यूटरों में केवल एमएस डॉस चलता पर आधारित होते थे अर्थात कैरेक्टर यूज़र इंटरफेस। लेकिन आजकल के नए कंप्यूटर ग्राफिक यूजर इंटरफेस पर आधारित होते हैं। जिनमें माउस द्वारा सभी कार्य किया जाता है। ग्राफिक यूजर इंटरफेस का सबसे अच्छा उदाहरण फ्री माइक्रोसॉफ्ट विंडोज है। विंडोज के इस युग में ग्राफिक यूजर इंटरफेस पर आधारित प्रोग्रामिंग भाषाओं की जरूरत महसूस हुई। इसी क्रम में माइक्रोसॉफ्ट द्वारा कुछ प्रोग्रामिंग भाषाओं का विकास किया गया जैसे विजुअल सी++, विजुअल बेसिक, विजुअल जावा आदि।

विजुअल बेसिक माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन द्वारा बनाया गया एक एप्लीकेशन टूल या प्रोग्रामिंग भाषा है जो बेसिक भाषा का नया रूप है। इस प्रोग्रामिंग भाषा में एप्लीकेशन के लिए प्रोग्राम ग्राफिक यूजर इंटरफेस पर बनाए जा सकते हैं। इस पर एक्टिव कंट्रोल तथा इंटरनेट आधारित एप्लीकेशन भी बनाए जा सकती हैं।
इतिहास से जुड़े तथ्य

1960 के दशक के बाद अमेरिकी शिक्षक जॉन को एक ऐसी प्रोग्रामिंग भाषा जरूरत थी जिसे वह अपने विद्यार्थियों को आसानी से सिखा सकें। लेकिन उस समय सभी प्रोग्रामिंग भाषाएँ काफी कठिन हुआ करती थी और उन्हें केवल पेशेवर लोग ही जाना करते थे। इसके परिणामस्वरूप जॉन ने एक प्रोग्रामिंग भाषा बनाई थी। जिसका नाम बेसिक(BASIC) रखा था। जिसका पूरा नाम Beginner's All-purpose Symbolic Instruction Code था। सरल और शक्तिशाली होने के कारण यह बहुत कम समय में प्रचलित हो गई।

विजुअल बेसिक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड पर आधारित प्रोग्रामिंग भाषा है। यह ग्राफिक यूजर इंटरफेस आधारित एप्लीकेशन बनाने में बहुत मदद करता हैं।

विजुअल बेसिक ही क्यों और कोई क्यों नहीं?

जैसा की हम आपको पहले ही बता चुके हैं यह बहुत अधिक शक्तिशाली और सरल है। अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं की तुलना में भविष्य में इसका प्रचलन खत्म होना बहुत मुश्किल है। क्योंकि यह कई तरह की सुविधाएं प्रदान करती है जैसे इंटरनेट आधारित एप्लीकेशन को बनाना आदि। विजुअल बेसिक भविष्य बहुत अच्छा है. क्योंकि इसे माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनी द्वारा बनाया गया है इसलिए इसका प्रचलन खत्म होना बहुत मुश्किल है।

विजुअल एनवायरमेंट

विजुअल बेसिक में तीन चीजें होती है:

  • कंट्रोल (Control)
  • प्रॉपर्टी (Property)
  • इवैंट (Event)

कंट्रोल (Control):- कंट्रोल वह चीजे होती है जो एप्लीकेशन और उसको उपयोग करने वाले के बीच में कार्य को आसान बनाने में मदद करती हैं जैसे टेक्स्ट बॉक्स, बटन, फॉर्म आदि।

प्रॉपर्टी (Property):- इसी भी चीज अर्थात कंट्रोल में उसके कुछ गुण भी होते हैं। जैसे उसका बैकग्राउंड का रंग, लंबाई, चौड़ाई आदि इन सभी को कंट्रोल की प्रॉपर्टी कहा जाता है।

इवैंट (Event):- जैसा कि इसके नाम से प्रतीत हो रहा है कि यह किसी घटना के बारे में बता रहा है। विजुअल बेसिक में इवैंट का अर्थ होता है जब यूजर किसी प्रकार का कोई एक्शन लेता है तो उस पर एप्लीकेशन को क्या करना चाहिए यह डिफाइन होता है। उदाहरण के लिए यूजर किसी बटन क्लिक करता है तो बटन पर क्लिक होने के बाद एप्लीकेशन को क्या प्रतिक्रिया देनी चाहिए यह इवेंट में डिफाइन होता है।

विजुअल बेसिक को इंस्टॉल करना

विजुअल बेसिक माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन द्वारा बनाया गया विजुअल स्टुडियो का हिस्सा है। अगर आपको अपने कंप्यूटर में विजुअल बेसिक को इंस्टॉल करने है तो विजुअल स्टुडियो 6 की सीडी को खरीदना होगा। या आप इसे माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन की आधिकारिक साइट पर जाकर भी डाउनलोड कर सकते हैं।

डाउनलोड होने के बाद आपको setup.exe को खोलना है और दिये गए निर्देशों का पालन करते हुए आगे बढ़ना है सभी निर्देश पूरे हो जाने के बाद विजुअल स्टूडियो 6 आपके कंप्यूटर में इंस्टॉल हो जाएगा।
विजुअल बेसिक को शुरू करना
  • सबसे पहले स्टार्ट बटन पर क्लिक करें।
  • उसके बाद ऑल प्रोग्राम बटन पर क्लिक करें।
  • फिर माइक्रोसॉफ्ट विजुअल स्टूडियो 6 पर क्लिक करें।
  • माइक्रोसॉफ्ट विजुअल स्टूडियो 6 में जाकर विजुअल बेसिक 6 पर क्लिक करें।
विजुअल बेसिक 6 खुल जाएगा।

विज़ुअल बेसिक 6 आईडीई को जाने[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करें]

विज़ुअल बेसिक 6 की आईडीई (इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट एनवायरनमेंट या IDE) अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओ के तुलना में आसान तथा कई सारे सुविधा से परिपुर्ण है। एक प्रमुख चीज जो कि विज़ुअल बेसिक 6 को सबसे अधिक शक्तिशाली प्रोग्रामिंग आईडीई बनाती है वो इसका जीयूआई डिज़ाइन है।

आईडीई का अवलोकन

चित्र 1

  1. मेन्यु बार: इस खंड में IDE को कस्टम करने और आपके प्रोग्राम को संशोधित करने के लिए कई प्रकार के विकल्प हैं।
  2. टूलबॉक्स: इस विंडो में वे ऑब्जेक्ट हैं, जो आप फॉर्म या यूज़रकॉन्टोल पर रख सकते हैं।
  3. ऑब्जेक्ट विंडो: इस विंडो में कोई ग्राफ़िकल ऑब्जेक्ट जैसे कि फॉर्म या यूज़रकॉन्टोल शामिल हो सकते हैं।
  4. ग्राफ़िकल ऑब्जेक्ट: यह ऐसा ऑब्जेक्ट है जो यह दिखायेगा कि आपका प्रोग्राम की विंडो किस तरह से दिखेगी। इस स्क्रीनशॉट में यह एक फॉर्म है जिसका नाम डिफ़ॉल्ट नाम "Form1" है।
  5. प्रोजेक्ट टूलबार: यह वह जगह है जहां से आप प्रोजेक्ट में विभिन्न फ़ाइलों पर नेविगेट करते हैं। आप प्रोजेक्ट में शामिल सभी फाइलो को यहां देख सकते है।
  6. प्रॉपर्टीज विंडो: यहां, आप ऑब्जेक्ट और कॉन्टोल के विभिन्न प्रॉपर्टीज को बदलते हैं। यहां आप किसी भी ऑब्जेक्ट या कॉन्टोल के प्रॉपर्टीज सेट करेंगें। जैसे यदि आप अपने फॉर्म में बटन ऑब्जेक्ट डाले है तो उसका नाम, रंग आदि यही से सेट किया जायेगा।

किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग करके बनाए गए प्रोग्राम को एप्लीकेशन कहा जाता है। अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं की तरह विजुअल बेसिक 6 में भी एप्लीकेशन निर्माण के कुछ चरण होते है। जो इस प्रकार हैं

  • एप्लीकेशन का ग्राफिक यूजर इंटरफेस तैयार करना।
  • एप्लीकेशन के इवैंट लिखना।
  • एप्लीकेशन की जांच करना तथा उसकी गलतियों को सही करना अर्थात डीबग (Debug) करना।
एप्लीकेशन के ग्राफिक यूजर इंटरफेस को तैयार करना

विजुअल बेसिक में एप्लीकेशन का मुख्य भाग फॉर्म होता है। जो चित्र 1 में 4 नंबर द्वारा दिखाया गया है। इसे ही फॉर्म कहा जाता है। फॉर्म एक तरह की विंडो होती है इसमें हम तरह-तरह की वस्तुएं रखते हैं जैसे बटन, टेक्स्ट बॉक्स आदि। उदाहरण के लिए आप नोटपैड या पैंट की विंडो देख सकते है। वो पूरी विंडो एक फॉर्म होती है।

विजुअल बेसिक में ग्राफिक यूजर इंटरफेस तैयार करना बहुत आसान है। आपको अपनी एप्लीकेशन में जिस चीज की जरूरत है उसे आप टूलबॉक्स से उठाकर फॉर्म विंडो में रख दें। यह बहुत सरल होता है इसमें अधिक समय भी नहीं लगता है। बस फॉमें में टूलबॉक्स से चीजें अर्थात कंट्रोल को रखते जाए जिस कंट्रोल की आपको जरूरत है और फॉर्म को व्यवस्थित कर दे। कंट्रोल में आप टूलबॉक्स से कुछ भी रख सकते हैं विजुअल बेसिक 6 में किसी प्रकार की बाध्यता नहीं है आप चाहे बटन कंट्रोल रखें या टेक्स्ट बॉक्स कंट्रोल या कुछ और। तथा यहां फॉर्म को व्यवस्थित करने से मतलब है कि बटन कंट्रोल कहां रखा होना चाहिए, टेक्स्ट बॉक्स कंट्रोल कहां रखा होना चाहिए तथा और कंट्रोल कहां रखे होने चाहिए आदि। यदि आपने पहले से ही अपनी एप्लीकेशन का ग्राफिक यूजर इंटरफेस सोच रखा है तो आपको 1 घंटे से ज्यादा नहीं लगेगा। आप 1 घंटे में ही अपनी एप्लीकेशन का पूरा ग्राफिक यूजर इंटरफेस तैयार कर लेंगे।

आपका पहला विजुअल बेसिक 6 प्रोग्राम[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करें]

किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा में पहला कदम अपने प्रोग्राम में "हैलो वर्ल्ड!" दिखाना होता है यह सबसे आसान और पहले कदम के सबसे अच्छा रहता है। इसलिए, हम यही करने जा रहे हैं, लेकिन मैं इसे आपके लिए जटिल बनाना चाहता हूं। आप खुद आईडीई को खोले और उसमे नया प्रोजेक्ट बनाये फिर उसके स्रोत कोड में जाये। तथा नीछे दिये गए कोड को वहां रिप्लेस करे।

Private Sub Form_Load()
    MsgBox "Hello World"
End Sub

अब प्रोग्राम को चलाने के लिए "रन" बटन या [F5] दबाएं। यह आपको एक संदेश बॉक्स दिखाएगा जो कुछ ऐसा कहता है:

Hello World