सहायता:पाठ

विकिविश्वविद्यालय से

यह सहायता पृष्ठ नए विकि प्रयोक्ताओं को अन्य प्रकार के शैक्षिक सामग्रियों से इस सामग्री की विशिष्टता को समझने में मदद के लिए निर्मित किया गया है। यह सहायता पृष्ठ मूलतः पहली बार शैक्षिक सामग्री का निर्माण करने जा रहे प्रयोक्ताओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। विकिविश्वविद्यालय पर मुख्य नाम स्थान में अनेक तरह की शैक्षिक सामग्रियाँ हैं जिन्हें शिक्षक प्रशिक्षण या आदि श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है या जिनकी मदद से अध्ययन सामग्री निर्मित की जा सकती है। हालांकि यह पृष्ठ केवल बुनियादी जानकारी उपलब्ध कराकर जल्दी से विकि विश्वविद्यालय पर अध्ययन सामग्री का निर्माण करना चाहने वाले प्रयोक्ताओं की मदद के लिए बनाया गया है।

संभवतः पाठ की सबसे सरल परिभाषा मूडल सहायता तंत्र पर दी गई है। "पाठ सामग्री को रोचक और लचीले ढंग से प्रदान करता है। इसमें अनेक पृष्ठ होते हैं।" - मूडल।

यह केवल बुनियादी स्तर की संरचना है जिसका आप प्रयोग कर सकते हैं। यह अति सामान्य है इतना कि आप इसपर हँस सकते हैं लेकिन आपको इसकी अवहेलना नहीं करनी चाहिए खासकर तब जब आप नहीं जानते हों की और क्या किया जाय।

  1. दिलचस्प विषय प्रवेश : पाठकों में विषय के प्रति तीव्र जिज्ञासा जगाने वाला, प्रेरक शुरुआत करें। लक्ष्य और उद्देश्य का संक्षिप्त किंतु स्पष्ट विवेचन करे। आप टीवी कार्यक्रमों की दिलचस्प शुरूआत को उदाहरण के रूप में देख सकते हैं।
  2. प्रस्तुति निर्देश : विषय सामग्री को प्रस्तुत करें।
  3. संलग्नता बढ़ाएं : शिक्षार्थी निष्क्रिय ढंग से दिए ज्ञान को थोड़ी देर बाद ही भूलने लगते हैं मगर संलग्नता बढ़ाने तथा खुले रचनात्मक अभ्यास के साथ ही वे इसे ग्रहण करने लगते हैं।
  4. मूल्यांकन करें : यह पाठ की अंतिम कड़ी है जिसमें शिक्षार्थी शिक्षक से पूर्णतः स्वतंत्र होता है। यह प्रश्नोत्तरी हो सकता है या किसी तरह का फीडबैक। यह औपचारिक सामग्री हो सकता है जिससे शिक्षक शिक्षार्थियों की प्रगति जांच सकें। इसमें अगले पाठ की कड़ी भी हो सकती है।

पाठ लेखन के अवलोकन बिंदु[सम्पादन | स्रोत सम्पादित करें]

अपने शिक्षार्थी को जानें और जानें कि वे आपके पाठ में क्या देखते हैं। हो सकता है कि यह वैसा न हो जैसा आप सोचते हों।

  • अपने शिक्षार्थी की पहचान करें और उसकी विशिष्टता के प्रति सचेत रहें। विकिविश्वविद्यालय विकिपीडिया नहीं है।
  • ज्ञानकोश लेख वैचारिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से निष्पक्ष, सैद्धांतिक शिक्षित व्यक्ति के लिए सारांश रूप में लिखा जाता है।
  • पाठ हमेशा विशिष्ट और वास्तविक शिक्षार्थियों को ध्यान में रखकर लिखा जाता है। शिक्षार्थी संसाधनों के हर स्वरूप से असहमत हो सकता है। इसे समझने की कोशिश करें कि इस पाठ पर आपके शिक्षार्थियों की क्या प्रतिक्रिया होगी।
  • ऑन-लाइन माध्यमों में शिक्षार्थियों की पहचान करना अधिक कठिन है। सिवाय इसके कि आपके सौभाग्य से आपके शिक्षार्थी उसी कमरे में मौजूद हों। बावजूद इसके आपको उनका हमेशा ध्यान रखना है। शिक्षार्थियों को कमतर या उच्चतर न समझें। अपने सपनों की आदर्श स्थिति की कल्पना करने के बजाय यथार्थवादी रहें।
  • शिक्षार्थियों के तरीके, रुचि, मनोरंजन एवं संलग्नता से जुड़ें।
  • ऑन लाइन शिक्षार्थियों से जुड़ने की कोशिश करना वैसे ही है जैसे कि एक कैमरा को चुटकुले सुनाना। ऐसा होने के बावजूद आप समाचार वाचक होना नहीं चाहेंगे। इसलिए उनसे जुड़ने की कोशिश करें।
  • आपकी लेखन शैली ऐसी होनी चाहिए कि पाठकों को पढ़ने में मजा आए।
  • शिक्षार्थियों से इस तरह से बात करें कि वे जुड़ा और निजी रूप से समझा गया महसूस करें। लेखन की वह शैली विकसित करें की एक से दूसरे परिच्छेद में जुड़ते समय रूचिकर हों तथा शुरुआत और अंत भी संबद्ध हों।